03-Jun-2025
फाइटोप्लैंकटन
नए में क्यों?
एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि औद्योगिक प्रदूषण के कारण महासागरों में लौह स्तर बढ़ गया है, जिससे फाइटोप्लैंकटन की अत्यधिक वृद्धि हुई है, जिससे समुद्री पोषक तत्त्व तेज़ी से समाप्त हो रहे हैं और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र बाधित हो रहा है।
फाइटोप्लैंकटन के बारे में
- फाइटोप्लैंकटन सूक्ष्म पौधे हैं, जो समुद्री खाद्य जाल में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- इनमें क्लोरोफिल होता है और इन्हें जीवित रहने तथा बढ़ने के लिये सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है, ये समुद्र की सतह के पास तैरते रहते हैं जहाँ प्रकाश प्रवेश करता है।
- फाइटोप्लैंकटन प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट बनाने के लिये नाइट्रेट, फॉस्फेट और सल्फर जैसे अकार्बनिक पोषक तत्त्वों को अवशोषित करते हैं।
- फाइटोप्लैंकटन के दो मुख्य प्रकार हैं:
- डाइनोफ्लैजेलेट्स: चाबुक की तरह कशाभिका का उपयोग करते हुए चलते हैं तथा इनका खोल जटिल होता है।
- डायटम: इनका खोल कठोर तथा एक दूसरे से जुड़ा होता है तथा ये गति के लिये समुद्री धाराओं पर निर्भर रहते हैं।
- ये झींगा, घोंघे और जेलीफ़िश सहित कई समुद्री जानवरों के लिये भोजन का काम करते हैं।
- अतिरिक्त पोषक तत्त्वों के कारण फाइटोप्लैंकटन अनियंत्रित रूप से बढ़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन (HABs) होता है, जो मछलियों, पशुओं, पक्षियों और मनुष्यों के लिये हानिकारक विष उत्पन्न करता है।
MCQ के माध्यम से तैयारी प्रश्न: फाइटोप्लैंकटन के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है/हैं? (A) फाइटोप्लैंकटन सूक्ष्म पौधे हैं, जिन्हें सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है और इनमें क्लोरोफिल होता है। (1) केवल (A) और (C) उत्तरः (2) केवल (A), (C) और (D) |