05-Jun-2025

लैवेंडर महोत्सव 2025

इतिहास

चर्चा में क्यों?
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने  CSIR–IIIM द्वारा जम्मू के भद्रवाह में लैवेंडर महोत्सव 2025 का उद्घाटन किया, जिसमें इस क्षेत्र के राष्ट्रीय कृषि-व्यवसाय केंद्र के रूप में उभरने पर प्रकाश डाला गया। 

मुख्य बातें 

  • यह महोत्सव सुगंधित खेती को बढ़ावा देता है और अरोमा मिशन के अंतर्गत बैंगनी क्रांति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य लैवेंडर जैसी उच्च मूल्य वाली फसलों के माध्यम से किसानों की आय को बढ़ाना है। 
  • कभी संघर्ष-ग्रस्त रहा भद्रवाह अब भारत की लैवेंडर राजधानी के रूप में जाना जाता है। 

लैवेंडर की खेती 

  • जम्मू-कश्मीर की ठंडी सर्दियों और हल्की गर्मियों में अच्छी तरह से बढ़ती है। 
  • कम रखरखाव वाली फसल, जो दूसरे वर्ष से 15 वर्ष तक उत्पादक रहती है। 
  • पारंपरिक फसलों की तुलना में अधिक आय प्रदान करती है। 
  • लैवेंडर का उपयोग तेल निकालने, साबुन, अगरबत्ती और दवाइयों जैसे उत्पादों के लिये किया जाता है। 
  • लैवेंडर तेल लगभग 10,000 रुपए प्रति लीटर बिकता है। 

अरोमा मिशन: 

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा CSIR द्वारा लॉन्च किया गया। 
  • लक्ष्य: यह उच्च मूल्य वाली सुगंधित फसलों जैसे लेमनग्रास, लैवेंडर, वेटिवर, पामारोसा और अन्य की खेती पर केंद्रित है।