17-Jun-2025

थोक मूल्य सूचकांक (WPI) मुद्रास्फीति

भारतीय अर्थव्यवस्था

चर्चा में क्यों?  

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, खनिज और गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भारी गिरावट के कारण थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति मई 2025 में 14 महीने के निचले स्तर 0.39% पर आ गई। 

थोक मूल्य सूचकांक (WPI) के बारे में 

  • WPI थोक विक्रेताओं द्वारा अन्य व्यवसायों को थोक में बेचे गए माल की कीमतों में परिवर्तन को ट्रैक करता है।  
  • इसे वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत औद्योगिक नीति एवं संवर्द्धन विभाग के आर्थिक सलाहकार कार्यालय द्वारा मासिक आधार पर संकलित तथा प्रकाशित किया जाता है। 
  • यह सूचकांक किसी एक दिन के बजाए पूरे महीने के लिये  औसत मूल्य स्तर का अनुमान दर्शाता है।  
  • विश्लेषक उद्योग, विनिर्माण और निर्माण जैसे क्षेत्रों में आपूर्ति-मांग की गतिशीलता को समझने के लिये  WPI डाटा का उपयोग करते हैं।  
  • थोक मूल्य सूचकांक में वृद्धि अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीतिकारी दबाव का संकेत देती है, जबकि गिरावट अपस्फीतिकारी प्रवृत्तियों का संकेत देती है।  
  • थोक मूल्य सूचकांक में माह-दर-माह होने वाला परिवर्तन थोक मुद्रास्फीति के स्तर को मापता है।  

थोक मूल्य सूचकांक (WPI) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) में अंतर

  • WPI केवल वस्तुओं के थोक मूल्य को मापता है, जबकि CPI उपभोक्ताओं द्वारा वस्तुओं तथा सेवाओं की एक निश्चित टोकरी के लिये अदा की गई औसत खुदरा कीमत को मापता है।  
  • WPI में सेवाएँ शामिल नहीं हैं, जबकि CPI में वस्तुएँ और सेवाएँ दोनों शामिल हैं।  
  • हालाँकि WPI कई अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति का एक प्रमुख संकेतक बना हुआ है, परंतु भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) अब मौद्रिक नीति निर्धारण, जैसे रेपो दर तय करने के लिये इसका उपयोग नहीं करता, बल्कि इसके स्थान पर CPI को आधार बनाता है।

WPI की गणना कैसे की जाती है?  

  • WPI की गणना वस्तुओं की एक निश्चित टोकरी के मूल्यों के भारित औसत के रूप में की जाती है, जिसमें कुल थोक व्यापार में प्रत्येक वस्तु की हिस्सेदारी के अनुसार भार निर्धारित किया जाता है।  
  • यह टोकरी तीन मुख्य वर्गों में विभाजित होती है:
    • प्राथमिक वस्तुएँ – 22.62%
    • ईंधन एवं ऊर्जा – 13.15%
    • विनिर्मित उत्पाद – 64.23%
  • वर्ष 2011–12 की WPI शृंखला के अनुसार कुल 697 वस्तुओं की कीमतें ट्रैक की जाती हैं, जिनमें 117 प्राथमिक वस्तुएँ, 16 ईंधन एवं ऊर्जा उत्पाद तथा 564 विनिर्मित वस्तुएँ शामिल हैं।