25-Oct-2024
विश्व हिम तेंदुआ दिवस 2024
विविध
- यह प्रतिवर्ष 23 अक्तूबर को मनाया जाता है ।
- इसकी स्थापना वर्ष 2013 में किर्गिस्तान में बिश्केक घोषणा को अपनाने के बाद हुई, जिसमें हिम तेंदुआ आबादी वाले 12 देशों ने उनके संरक्षण प्रयासों में सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की थी।
- मेज़बान देश: अफगानिस्तान, भूटान, चीन, भारत, कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान, मंगोलिया, नेपाल, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान।
हिम तेंदुओं के बारे में
- वैज्ञानिक नाम: पैंथेरा यून्सिया
- इन्हें मध्यम आकार की बिल्लियाँ माना जाता है और ये अपनी मायावी प्रकृति तथा कठोर, उच्च ऊँचाई वाले वातावरण में पनपने की क्षमता के लिये जानी जाती हैं।
- निवास स्थान: वे मध्य और दक्षिण एशिया के पहाड़ों के मूल निवासी हैं और आमतौर पर हिमालय सहित पर्वत शृंखलाओं में 9,800 और 17,000 फीट की ऊँचाई पर पाए जाते हैं।
- राज्य: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश तथा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू और कश्मीर।
- अपनी मायावी प्रकृति और अपने परिवेश में घुल-मिल जाने की क्षमता के कारण इन्हें "पहाड़ों का भूत (ghosts of the mountains)" कहा जाता है।
- उनके पास मोटा, भूरा-सफेद फर होता है जो बर्फ और चट्टानों के खिलाफ छलावरण प्रदान करता है।
- वे गुर्राहट, फुफकार, म्याऊँ और एक अनोखी ध्वनि जिसे "चफ" कहा जाता है, के माध्यम से संवाद करते हैं।
- संरक्षण की स्थिति
- अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN): सुभेद्द
- वन्य जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES): परिशिष्ट I
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: अनुसूची I
- भारत में हिम तेंदुआ जनसंख्या आकलन (SPAI) कार्यक्रम के अनुसार, भारत में हिम तेंदुओं की जनसंख्या 718 है।
- भारत सरकार ने हिम तेंदुए को उच्च हिमालयी क्षेत्रों के लिये एक प्रमुख प्रजाति के रूप में चिन्हित किया है।
- लद्दाख स्थित हेमिस राष्ट्रीय उद्यान को विश्व की हिम तेंदुओं की राजधानी कहा जाता है।
इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA)
|