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19 जुलाई, 2024
« »19-Jul-2024
उत्कृष्टता की ओर बढ़ते कदम
चर्चा में क्यों?
- आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने उत्कृष्टता की ओर बढ़ते कदम: उपलब्धियों का जश्न, उत्कृष्टता को प्रेरित करना नामक एक कार्यक्रम का आयोजन किया
- इस कार्यक्रम में पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना और दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया गया।
- प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (Prime Minister Street Vendors Atma Nirbhar Nidhi- PM SVANidhi)
- इसे 1 जून, 2020 को लॉन्च किया गया था
- यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है अर्थात् आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित योजना है।
- उद्देश्य:
- कार्यशील पूंजी ऋण की सुविधा प्रदान करना;
- नियमित पुनर्भुगतान को प्रोत्साहित करना;
- डिजिटल लेन-देन को पुरस्कृत करना
दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (Deendayal Antyodaya Yojana-National Urban Livelihoods Mission- DAY-NULM)
- इसे 24 सितंबर, 2013 को भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था
- इसका उद्देश्य कौशल विकास के माध्यम से स्थायी आजीविका के अवसरों को बढ़ाकर शहरी गरीबों का उत्थान करना है
- यह केंद्र प्रायोजित योजना है।
- केंद्र और राज्यों के बीच 75:25 के अनुपात में वित्तपोषण साझा किया जाएगा
- पूर्वोत्तर और विशेष श्रेणी के लिये– अनुपात 90:10 होगा।
- इसने संपूर्ण भारत में 8.4 मिलियन से अधिक शहरी गरीब महिलाओं को संगठित किया है तथा वर्ष 2023 तक 4,000 से अधिक कस्बों में 8,31,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह (Self-Help Groups- SHG) का गठन किया है।
भारतीय नौसैनिक जहाज़ (INS) तबर
चर्चा में क्यों?
- भारतीय नौसेना का अग्रणी युद्धपोत INS तबर भारतीय नौसेना और जर्मन नौसेना के बीच पेशेवर बातचीत के लिये जर्मनी के हैम्बर्ग पहुँचा। INS तबर का चालक दल ओल्ड एज होम में सामुदायिक सेवा भी करेगा
- हैम्बर्ग से प्रस्थान करते समय, दोनों नौसेनाएँ समुद्र में समुद्री साझेदारी अभ्यास भी करेंगी।
INS तबर (F44) के बारे में
- इसे बैटल एक्स भी कहा जाता है और यह भारतीय नौसेना का तलवार श्रेणी का तीसरा फ्रिगेट है
- इस फ्रिगेट को 19 अप्रैल, 2004 को रूस के कलिनिनग्राद में कमीशन किया गया था।
- वर्तमान कमांडिंग ऑफिसर (CO): कैप्टन महेश मंगीपुडी
- यह 31 जुलाई, 2004 को भारत पहुँचा। और इसे भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान को सौंपा गया, जिसका मुख्यालय मुंबई में है।
- यह एक अच्छी तरह से सुसज्जित युद्धपोत है जो हवाई/सतह/उप-सतह मिशनों को संभालने अथवा समुद्री मिशनों पर स्वतंत्र रूप से संचालन करने या एक बड़े नौसैनिक टास्क फोर्स का समर्थन करने की क्षमता रखता है।
नोट:
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चाइना कलकत्ता सर्विस (CHINA CALCUTTA SERVICE- CCS)
चर्चा में क्यों?
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, कोलकाता (Syama Prasad Mookerjee Port- SMP कोलकाता) ने पैसिफिक इंटरनेशनल लाइन्स (Pacific International Lines- PIL) के साथ मिलकर कोलकाता डॉक सिस्टम (Kolkata Dock System- KDS) में चाइना कलकत्ता सर्विस (CHINA CALCUTTA SERVICE- CCS) का उद्घाटन किया।
परिचय:
- चाइना कलकत्ता सर्विस (CCS) में तीन जहाज़ शामिल होंगे- कोटा रिया, कोटा रुकुन और कोटा राकियत, जिनमें से प्रत्येक पर औसतन 622 TEU पार्सल लोड होगा, जिसे विशेष रूप से कम ड्राफ्ट स्थितियों में नेविगेट करने के लिये तैयार किया गया है
- इस मार्ग के लिये बंदरगाह रोटेशन में शेको, कोलकाता, सिंगापुर और ज़ियामेन शामिल हैं।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, कोलकाता (Syama Prasad Mookerjee Port- SMP कोलकाता)
- कोलकाता बंदरगाह, जिसे आधिकारिक तौर पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट ट्रस्ट (पूर्व में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट) के नाम से जाना जाता है, भारत का सबसे पुराना संचालित बंदरगाह है
- इसका निर्माण ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने वर्ष 1870 में किया था
- यह एक मीठे पानी का बंदरगाह है जिसमें लवणता में कोई बदलाव नहीं होता है।
- बंदरगाह में दो अलग-अलग डॉक सिस्टम हैं- कोलकाता में कोलकाता डॉक्स और हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स, हल्दिया में एक गहरे पानी का डॉक।
- शासन: यह शिपिंग मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त निकाय है, जिसे मेजर पोर्ट ट्रस्ट एक्ट, 1963 के माध्यम से प्रशासित किया जाता है।
- स्थान: यह भारत का एकमात्र नदी वाला प्रमुख बंदरगाह है, जो सैंडहेड्स से 232 किलोमीटर ऊपर की ओर स्थित है और विश्व में सबसे लंबा नौवहन चैनल है।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी
- वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ, बैरिस्टर और शिक्षाविद् थे।
- उन्होंने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल में उद्योग और आपूर्ति मंत्री के रूप में कार्य किया
- उन्होंने वर्ष 1951 में भारतीय जनता पार्टी के पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ की स्थापना की।
माशको पिरो जनजाति
चर्चा में क्यों?
- पेरू के अमेज़न में माशको पिरो जनजाति की दुर्लभ तस्वीरें सामने आई हैं।
- इन तस्वीरों में जनजाति के सदस्यों को ब्राज़ील की सीमा से लगे पेरू के दक्षिण-पूर्वी प्रांत में अपने पारंपरिक क्षेत्र से निकलते हुए दिखाया गया है।
- इन तस्वीरों में आदिवासी लोगों को माद्रे डी डिओस क्षेत्र में एक नदी के किनारे आराम करते हुए दिखाया गया है।
परिचय
- इन्हें कुजारेनो लोग और नोमोल के नाम से भी जाना जाता है
- माना जाता है कि ये विश्व की सबसे बड़ी अलग-थलग जनजाति हैं
- वे खानाबदोश शिकारी-संग्रहकर्त्ताओं की एक स्वदेशी जनजाति हैं जो अमेज़न वर्षावन के दूर-दराज़ के क्षेत्रों में निवास करते हैं
- वे पेरू के माद्रे डी डिओस क्षेत्र में मनु नेशनल पार्क में रहते हैं
- ऐतिहासिक रूप से वे गैर-मूल लोगों के साथ संपर्क से सक्रिय रूप से बचते रहे हैं
- वे पिरो भाषा की एक बोली बोलते हैं।
छह नए बहिर्ग्रह
चर्चा में क्यों?
- राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन (NASA) ने छह नए बहिर्ग्रहों की खोज की है।
परिचय
- इनके नाम हैं- HD 36384 b, TOI-198 b, TOI-2095 b, TOI-2095 c, TOI-4860 bऔर MWC 758 c।
- इससे हमारे सौरमंडल के बाहर बहिर्ग्रहों (Exoplanets) की कुल संख्या 5,502 हो गई है।
- यह खोज ब्रह्मांड तथा पृथ्वी एवं सौरमंडल से परे जीवन की संभावना को समझने में एक प्रगति का प्रतीक है।
खोजे गए बहिर्ग्रहों की विशेषताएँ
- HD 36384 b: एक सुपर-जुपिटर जो सूर्य से लगभग 40 गुना बड़े एम विशालकाय तारे की परिक्रमा कर रहा है।
- TOI-198 b: संभवतः चट्टानी, अपने तारे के जीवन योग्य क्षेत्र के भीतरी किनारे पर स्थित।
- TOI-2095 b और TOI-2095 c: एक ही M बौने तारे की परिक्रमा करते गर्म सुपर-पृथ्वी।
- TOI-4860 b: एक दुर्लभ "हॉट जुपिटर", जो M बौने तारे के चारों ओर हर 1.52 दिन में एक परिक्रमा पूरी करता है।
- MWC 758 c: एक विशालकाय प्रोटोप्लैनेट जो एक युवा तारे की परिक्रमा कर रहा है, जिसमें प्रोटोप्लैनेटरी डिस्क है, जो प्रारंभिक ग्रह निर्माण के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
बहिर्ग्रह
- ये ऐसे ग्रह हैं जो दूसरे तारों की परिक्रमा करते हैं और हमारे सौर मंडल से परे हैं।
- पहला बहिर्ग्रह वर्ष 1992 में खोजा गया था।
- वे कई अलग-अलग आकारों में आते हैं।
- वे बृहस्पति से बड़े गैस दिग्गज हो सकते हैं या पृथ्वी जितने छोटे और चट्टानी हो सकते हैं।
- वे अलग-अलग तरह के तापमान के लिये भी जाने जाते हैं- उबलते गर्म से लेकर बर्फीले ठंडे तक।
सामान्य ज्ञान
युवज़न श्रमिक रायथू कॉन्ग्रेस पार्टी (YSRCP)
- स्थापना: 12 मार्च, 2011
- संस्थापक: शिव कुमार
- वर्तमान अध्यक्ष: वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी
- यह आंध्र प्रदेश की एक क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी है।
- विपक्ष: तेलुगू देशम पार्टी (TDP), भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस (INC)
- योजनाएँ:
- अम्मा वोडी योजना
- राजीव आरोग्य श्री योजना
- रायथु भरोसा
- जगनन्ना विद्या दीवेना
- इंदिराम्मा के घर
- 2 रुपए चावल
थांगका कला
- उत्पत्ति: तिब्बत में 7वीं शताब्दी ई., भारतीय और नेपाली बौद्ध कला से प्रभावित।
- अर्थ: कुछ ऐसा जो बिना मोड़ा हुआ हो या स्क्रॉल पेंटिंग।
- वर्तमान में यह सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख क्षेत्र और अरुणाचल प्रदेश के भारतीय राज्यों से संबंधित है।
- यह तिब्बती बौद्ध चित्रकला का एक पारंपरिक रूप है जिसका उपयोग श्रद्धा के माध्यम के रूप में किया जाता है जो बौद्ध धर्म के उच्चतम आदर्शों को दर्शाता है।
- थांगका को प्राकृतिक वनस्पति रंगों या खनिज रंगों से बने पेंट के साथ कपास के कैनवास के आधार पर चित्रित किया जाता है।
- प्रसिद्ध कलाकार: पतरुल रिनपोछे, खेंत्से वांगपो, कर्मा तेनज़िन और पेमा लामा
विदेशी अधिकरण
- विदेशी (अधिकरण) आदेश, 1964 के तहत इन अधिकरणों की स्थापना की गई।
- केंद्र सरकार ने 1946 के विदेशी अधिनियम द्वारा प्रदत्त शक्तियों के तहत यह आदेश पारित किया।
- वे भारत में अर्द्ध-न्यायिक निकाय हैं।
- सदस्य: अध्यक्ष (आमतौर पर सेवानिवृत्त न्यायाधीश) और राज्य या केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त कानूनी विशेषज्ञ।
- यह निर्णय लेता है कि कोई व्यक्ति नागरिक है या विदेशी, विशेष रूप से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) और अन्य आव्रजन मामलों के संदर्भ में।
- विदेशी अधिनियम 1946 और विदेशी (अधिकरण) आदेश 1964 के प्रावधानों के तहत, केवल विदेशी अधिकरणों को ही किसी व्यक्ति को विदेशी घोषित करने का अधिकार है।
- यह आदेश पूरे भारत पर लागू होता है, फिर भी यह अभी केवल असम में ही लागू है।
- मामलों के प्रकार: नागरिकता स्थिति, नज़रबंदी अपील और NRC बहिष्करण।
- मुख्य मामलेः
- असम NRC वर्ष 2019
- सर्बानंद सोनोवाल बनाम भारत संघ (वर्ष 2005)
- हुसैन मोहम्मद बनाम भारत संघ (वर्ष 2019)
सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP)
लॉन्च: 19 नवंबर, 1985
यह एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम है जिसे भारत में सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीके से रोके जा सकने वाले प्रमुख रोगों से बचाने हेतु मुफ्त टीके उपलब्ध कराने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
UIP के दो प्रमुख मील के पत्थर हैं- वर्ष 2014 में पोलियो का उन्मूलन तथा वर्ष 2015 में मातृ एवं नवजात टेटनस का उन्मूलन।
यह राष्ट्रीय स्तर पर 11 बीमारियों तथा उप-राष्ट्रीय स्तर पर एक बीमारी के विरुद्ध निशुल्क टीकाकरण प्रदान करता है।
वर्ष 2014 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने UIP के अंतर्गत सभी टीकाकरण रहित एवं आंशिक रूप से टीकाकरण वाले बच्चों का टीकाकरण करने के लिये मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की थी।
प्रमुख टीके: BCG, OPV, DTP, Td, Hib, हेपेटाइटिस B, मीजल्स-रूबेला, रोटावायरस, PCV, JE
हालिया घटनाक्रम: नए टीके, विस्तार, कोविड-19 एकीकरण, कोल्ड चेन में सुधार
बांग्लादेश
- स्थान: दक्षिण एशिया, भारत और म्याँमार की सीमा से लगा हुआ
- राजधानी: ढाका
- सरकार का प्रकार: संसदीय लोकतंत्र
- विधानमंडल: जातीय संसद (राष्ट्रीय संसद)
- राष्ट्रपति: मोहम्मद शहाबुद्दीन
- प्रधानमंत्री: शेख हसीना
- मुद्रा: बांग्लादेशी टका (BDT)
- अंतर्राष्ट्रीय संगठन: संयुक्त राष्ट्र के सदस्य, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ, विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष।
- 17 नवंबर, 1999 को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन द्वारा 21 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस घोषित किया गया था।
- यह दिवस 21 फरवरी, 2000 से पूरे विश्व में मनाया जा रहा है।
- यह घोषणा बांग्लादेशियों (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तानियों) द्वारा किये गए भाषा आंदोलन के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप की गई थी।
- 17 सितंबर, 1974 को बांग्लादेश संयुक्त राष्ट्र का पूर्ण सदस्य बन गया।
- यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) में एक सक्रिय भागीदार है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- प्राचीन इतिहास: बंगाल सल्तनत और मुगल साम्राज्य का हिस्सा।
- ब्रिटिश औपनिवेशिक काल: 18वीं सदी से 20वीं सदी के मध्य तक बंगाल के हिस्से के रूप में ब्रिटिश शासन के अधीन।
- बंगाल का विभाजन: वर्ष 1947 में बंगाल भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजित हो गया।
- स्वतंत्रता: नौ महीने के युद्ध के बाद वर्ष 1971 में पाकिस्तान से आज़ाद हुआ।
भारत-बांग्लादेश संबंध
- इसकी सीमा पाँच भारतीय राज्यों: असम, पश्चिम बंगाल, मिज़ोरम, मेघालय और त्रिपुरा से लगती है।
- भारत और बांग्लादेश 54 नदियों को साझा करते हैं, लेकिन अभी तक केवल दो संधियों पर हस्ताक्षर किये गए हैं - गंगा जल संधि तथा कुशियारा नदी संधि।
- वह म्याँमार को रोहिंग्याओं को वापस लेने के लिये राजी करने में भारत का सहयोग चाहता है।
- यह भारत से लगभग 2,000 मेगावाट (MW) विद्युत आयात करता है।
- मुख्य समझौते:
- भूमि सीमा समझौता, 2015
- सहयोग पर रूपरेखा समझौता, 2020
- तीस्ता जल बँटवारा समझौता