30-Sep-2025
भूटान के साथ भारत का पहला सीमा पार रेल संपर्क
भूगोल
चर्चा में क्यों?
भारत ने भूटान के साथ अपने पहले रेलवे संपर्क की घोषणा की है। इसमें दो नई रेल लाइनें शामिल हैं—कोकराझार–गेलेफू (असम) और बनारहाट–समत्से (पश्चिम बंगाल), इनकी कुल लंबाई 89 किलोमीटर होगी
- गेलेफू (जिसे "माइंडफुलनेस सिटी" के रूप में विकसित किया जा रहा है) और समत्से (भूटान सरकार द्वारा विकसित एक औद्योगिक नगर) भारत-भूटान सीमा के 700 किमी लंबे क्षेत्र में प्रमुख निर्यात-आयात केंद्र हैं।
- ये रेल संपर्क भारत की पड़ोसी प्रथम की नीति को सुदृढ़ करता है, चीन के प्रभाव का संतुलन करता है और आपसी संबंधों को गहरा करते है।
- इससे भूटान को भारत के 1.5 लाख किमी. लंबे रेल नेटवर्क तक पहुँच मिलेगी, जिससे व्यापार, पर्यटन, औद्योगिक विकास और जन-से-जन संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।
- भारत ने भूटान की 13वीं पंचवर्षीय योजना (2024–29) के लिये ₹10,000 करोड़ की सहायता देने का वचन दिया है; असम के दर्रांग में एकीकृत जाँच चौकी (Integrated Check Post) भी स्थापित होगी।
- भूटान को जोगीघोपा अंतर्देशीय जलमार्ग टर्मिनल से भी लाभ होगा।
- दोनों देशों ने अब तक पाँच प्रमुख जलविद्युत परियोजनाओं पर सहयोग किया है — चुखा, ताला, मंगदेछु, कुरिचु और हाल ही में पूरी हुई पुनात्सांगछु-II।