24-Sep-2025
INS आन्द्रोत
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
भारतीय नौसेना ने ‘आन्द्रोत’ को प्राप्त किया है जो स्वदेशी रूप से निर्मित आठ एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट्स (ASW-SWC) में दूसरा है।
- इसमें 80% से अधिक स्वदेशी घटक शामिल हैं। इसका नाम लक्षद्वीप के आन्द्रोत द्वीप के नाम पर रखा गया है।
- ASW-SWC: ये पोत तटीय जलक्षेत्रों में पनडुब्बी रोधी अभियानों, लो-इंटेंसिटी मैरीटाइम ऑपरेशंस (LIMO) तथा बारूदी सुरंग बिछाने वाले मिशनों हेतु बनाए गए हैं।
भारत की ASW क्षमताएँ
- इंटीग्रेटेड ASW डिफेंस सूट (IADS): अंडरवाटर डिटेक्शन एवं थ्रेट प्रोटेक्शन हेतु महिंद्रा डिफेंस के सहयोग से विकसित।
- कामोर्ता-श्रेणी के पोत: INS कामोर्ता और INS कदमत्त जैसे स्टील्थ वारशिप।
- समुद्री गश्ती एयरक्राफ्ट: पनडुब्बी रोधी टोही अभियानों हेतु बोइंग P-8I (पोसीडॉन)।
- SMART प्रणाली: DRDO द्वारा विकसित मिसाइल-आधारित टॉरपीडो डिलीवरी सिस्टम।
- ASW हेलीकॉप्टर: पनडुब्बी रोधी वारॅफेयर हेतु MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर।