14-Apr-2025
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर
विविध
चर्चा में क्यों?
14 अप्रैल, 2025 को डॉ. बी.आर. अंबेडकर की जयंती मनाई गई।
बी.आर. अंबेडकर: परिचय
जन्म: 14 अप्रैल, 1891
निधन: 06 दिसंबर, 1956
संक्षिप्त प्रोफाइल
- एक समाज सुधारक, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, लेखक और तुलनात्मक धर्मों के विचारक।
- वायसराय की कार्यकारी परिषद में श्रम सदस्य (Labour Member) (1942)।
- नये संविधान के प्रारूपण समिति के अध्यक्ष।
- स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री।
- मरणोपरांत भारत रत्न (1990) से सम्मानित।
योगदान
- वर्ष 1927 में अस्पृश्यता के विरुद्ध महाड़ सत्याग्रह का नेतृत्व किया।
- सभी तीन गोलमेज सम्मेलनों में भाग लिया।
- दलित वर्गों के लिये पृथक निर्वाचिका के विचार को त्यागने के लिये महात्मा गांधी के साथ वर्ष 1932 में पूना समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- परिणाम: दलित वर्गों के लिये आरक्षित सीटों में वृद्धि हुई:
- प्रांतीय विधानमंडलों में 71 से 147 तक।
- केंद्रीय विधानमंडल में 18% तक।
- जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे (अनुच्छेद 370) का विरोध किया।
- समान नागरिक संहिता का समर्थन किया।
- अनुच्छेद 32 को "संविधान की आत्मा और उसका हृदय" कहा गया।
त्याग-पत्र और बौद्ध धर्म
- वर्ष 1951 में हिंदू कोड बिल पर मतभेद के कारण मंत्रिमंडल से त्याग-पत्र दे दिया।
- बौद्ध धर्म अपना लिया; उनकी मृत्यु को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महत्त्वपूर्ण पत्रिकाएँ
- मूकनायक (1920)
- समाथा (1929)
- बहिष्कृत भारत (1927)
- जनता (1930)
पुस्तकें
- ऐनिहिलेशन ऑफ कास्ट
- बुद्ध ऑर कार्ल मार्क्स
- द अंटचेबल: हू आर दे एंड व्हाई दे हैव बिकम अंटचेबल
- द राइज़ एंड फॉल ऑफ हिंदू वुमन
संगठन
- बहिष्कृत हितकारिणी सभा की स्थापना (1923)
- इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी की स्थापना (1936)
- अनुसूचित जाति संघ की स्थापना (1942)