14-Jul-2025
बोर्ड और CUET की तैयारी साथ-साथ कैसे करें
12वीं के बोर्ड और CUET, दोनों ही विद्यार्थियों के जीवन के बेहद अहम मोड़ होते हैं। एक ओर बोर्ड की परीक्षा होती है जो सालों की पढ़ाई का लेखा-जोखा मांगती है, और दूसरी ओर CUET होता है जो आपके कॉलेज और करियर की दिशा तय करता है। अब सवाल उठता है — दोनों की तैयारी एक साथ कैसे करें, बिना किसी एक को नुकसान पहुंचाए?
कई विद्यार्थी इसी उलझन में घबरा जाते हैं, लेकिन अगर सही योजना और थोड़ा सा आत्मविश्वास हो, तो यह चुनौती नहीं बल्कि एक सुनहरा अवसर बन सकता है।
12वीं का ये साल ऐसा होता है जैसे कोई क्रॉसरोड — एक तरफ़ स्कूल की विदाई, दूसरी तरफ़ कॉलेज की तैयारी। दोस्तों की बातें, भविष्य की फिक्र, माँ-बाप की उम्मीदें और अंदर कहीं खुद को साबित करने की छटपटाहट — सब कुछ साथ चलता है। ऐसे में बोर्ड और CUET एक ही साथ सिर पर आ जाएं तो घबराहट होना भी स्वाभाविक है। लेकिन याद रखो, घबराने वाले नहीं, लड़ने वाले ही मंज़िल पाते हैं।
1. दोनों परीक्षाओं के बीच के फर्क को समझें
- बोर्ड परीक्षा मुख्य रूप से थ्योरी आधारित होती है और लंबे उत्तरों की माँग करती है।
- CUET एक वस्तुनिष्ठ (Objective) परीक्षा है, जिसमें समय प्रबंधन, तर्कशक्ति और जल्दी सोचने की क्षमता ज्यादा अहम होती है।
- कई विषय, जैसे अकाउंट्स, राजनीति विज्ञान, जीवविज्ञान, आदि दोनों में कॉमन होते हैं — यही आपकी सबसे बड़ी ताकत बन सकती है।
2. एक ऐसा टाइम टेबल बनाएं जो दबाव नहीं, दिशा दे
- रोज़ाना 5–6 घंटे की पढ़ाई को बांटें: 60% बोर्ड और 40% CUET को दें।
- सप्ताह में दो दिन CUET की General Test या English पर विशेष ध्यान दें।
- हर दिन एक विषय को दोनों दृष्टिकोण (Descriptive और Objective) से पढ़ें।
- हर रविवार को मॉक टेस्ट या फुल रिवीजन करें।
कभी टाइम टेबल से पीछे भी रह जाएं तो निराश न हों, अगला दिन फिर से शुरुआत करने का मौका देता है।
3. कॉमन टॉपिक्स को दोनों दृष्टिकोण से पढ़ें
- एक ही विषय के नोट्स बनाते समय बोर्ड के लिए थ्योरी और CUET के लिए MCQ दोनों शामिल करें।
- उदाहरण के लिए — "संविधान" को पढ़ते हुए एक तरफ़ उत्तर लेखन अभ्यास करें, दूसरी तरफ़ उस पर आधारित वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी हल करें।
- इससे समय की बचत होगी और विषय में गहराई भी बनेगी।
कई बार मन करता है कि बस एक ही किताब पकड़ लें और उसी से सब हो जाए… और सच कहें तो, अगर आप समझदारी से पढ़ें तो ऐसा हो भी सकता है। जब आप इतिहास का कोई चैप्टर पढ़ते हैं और अचानक आपको CUET का MCQ याद आ जाता है — यही ‘स्मार्ट स्टडी’ है! यही वो संतोष है जो दिन के अंत में मुस्कान देता है।
4. NCERT को पकड़ो, क्योंकि यही असली हथियार है
- बोर्ड हो या CUET, दोनों की जड़ें NCERT से जुड़ी हैं।
- सबसे पहले हर विषय की NCERT को अच्छे से समझें, उसके बाद ही अन्य स्रोतों पर जाएं।
- NCERT के हर अध्याय से संबंधित MCQs भी हल करें ताकि समझ और अभ्यास दोनों एक साथ बढ़े।
5. CUET की अलग तैयारी कैसे करें?
- General Test के लिए रोज़ 20-30 मिनट GK पढ़ें (Current + Static)।
- English Section के लिए दैनिक 10 नए शब्दों की सूची बनाएं और अभ्यास करें।
- Logical Reasoning की नियमित प्रैक्टिस करें — शुरुआत आसान सवालों से और फिर धीरे-धीरे कठिनाई बढ़ाएं।
- मॉक टेस्ट की मदद से गति और सटीकता दोनों सुधारें।
ध्यान रखें, CUET सिर्फ पढ़ाई नहीं बल्कि परख है — आपकी सोचने की गति, जवाब देने की कला और विकल्पों के बीच सही को पहचानने की समझ। जब आप रोज़ थोड़ा-थोड़ा General Knowledge पढ़ते हैं, तो ये एक दिन अख़बार के कोनों से निकलकर आपके मार्क्स में तब्दील हो जाते हैं।
6. खुद को थकाएं नहीं, बल्कि रोज़ थोड़ा-थोड़ा बढ़ते चलें
- पढ़ाई में छोटे-छोटे हिस्सों में ध्यान केंद्रित करें – 45 मिनट पढ़ाई + 10 मिनट ब्रेक।
- जब मन थक जाए, तब 15 मिनट वॉक करें, कुछ मोटिवेशनल पॉडकास्ट सुनें या आंखें बंद करके ध्यान करें।
- सोशल मीडिया से दूरी बनाएं, लेकिन खुद से जुड़ाव बनाए रखें।
- तनाव आए, तो अपने माता-पिता, शिक्षक या दोस्त से बात करें — सब साथ हैं।
कभी-कभी जब किताबें देखना भारी लगने लगे, तो बाहर छत पर बैठिए, खुद से बात कीजिए — क्यों शुरू किया था? क्या सपना देखा था? फिर वापसी कीजिए… याद रखिए, हर असली खिलाड़ी थकता है, पर रुकता नहीं।
निष्कर्ष:
बोर्ड और CUET की तैयारी साथ में करना पहाड़ चढ़ने जैसा जरूर लगता है, लेकिन अगर आप हर दिन एक कदम बढ़ाएं, तो यही पहाड़ आपके आत्मविश्वास की ऊँचाई बन जाएगा। इस दौर में सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, आपकी प्लानिंग, धैर्य और खुद पर भरोसा सबसे बड़ा हथियार है।
ये वो समय है जहाँ आप अपना भविष्य गढ़ते हैं — सवाल हल करते वक्त केवल अंक नहीं, आप खुद को ढाल रहे होते हैं। इस साल जितनी ईमानदारी से आपने खुद को तैयार किया, वही अगले कई सालों की दिशा तय करेगा।
याद रखें — कोई भी परीक्षा आपकी पहचान तय नहीं करती, लेकिन आपकी मेहनत जरूर आपकी कहानी बनाती है।
इसलिए आज से ही शुरू कीजिए — सोच-समझकर, योजनाबद्ध ढंग से और पूरे आत्मविश्वास के साथ।
एक दिन आप न सिर्फ बोर्ड में बल्कि CUET में भी अपना परचम लहराएंगे।