22-Oct-2024
WHO ने मिस्र को मलेरिया मुक्त घोषित किया
पर्यावरण और पारिस्थितिकी
चर्चा में क्यों?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आधिकारिक तौर पर मिस्र को मलेरिया मुक्त घोषित कर दिया है, जिससे यह इस वर्ष केप वर्डे के बाद मान्यता प्राप्त करने वाला दूसरा देश बन गया है। मिस्र यह उपलब्धि हासिल करने वाला पाँचवाँ अफ्रीकी देश है और उसने पिछली सदी में मलेरिया के खिलाफ़ प्रभावी उपायों का प्रदर्शन किया है। यह मोरक्को (वर्ष 2010) और UAE (वर्ष 2007) के बाद मलेरिया मुक्त होने वाला पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र का तीसरा देश बन गया। इसने मलेरिया के संक्रमण को रोकने के लिये महत्त्वपूर्ण निगरानी, वेक्टर नियंत्रण और पर्यावरण प्रबंधन रणनीतियों को लागू किया।
मलेरिया
- यह प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होने वाली एक जानलेवा बीमारी है।
- यह परजीवी संक्रमित मादा एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलता है।
- मलेरिया विश्व के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सबसे आम है, जिसमें उप-सहारा अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया एवं दक्षिण अमेरिका शामिल हैं।
- जबकि प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम अधिक मौतों के लिये ज़िम्मेदार है, प्लास्मोडियम विवैक्स सभी मलेरिया प्रजातियों में सबसे व्यापक है।
- टीके
- RTS, S/AS01: उच्च ज़ोखिम वाले क्षेत्रों में बच्चों के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुशंसित पहला मलेरिया टीका।
- भारत में भारत बायोटेक को इस टीके के निर्माण का लाइसेंस दिया गया है।
- R21/मैट्रिक्स-M: एक नया, आशाजनक टीका, जिसे हाल ही में मंजूरी मिली है और जो उच्च प्रभावकारिता प्रदान करता है।
मिस्र
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