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 22-May-2025

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन

विविध

चर्चा में क्यों? 

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) की 63वीं बैठक में आगरा में सीवरेज परियोजना सहित गंगा की सहायक नदियों में पर्यावरणीय प्रवाह, जल गुणवत्ता और पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली में सुधार के लिये परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई। 

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) 

  • NMCG: यह भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के अधीन एक सोसायटी है, जो प्रदूषण की रोकथाम करने और निरंतर जल प्रवाह तथा बेहतर जल गुणवत्ता सुनिश्चित कर गंगा नदी का संरक्षण करने का कार्य कर रही है। 
  • पृष्ठभूमि: NMCG वर्तमान में विघटित राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण (NGRBA) की कार्यान्वयन एजेंसी थी। वर्ष 2016 से राष्ट्रीय गंगा परिषद ने समग्र नदी प्रबंधन का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। 
  • उद्देश्य: इसका उद्देश्य गंगा के अनुदिश सतत् विकास और पारिस्थितिक प्रवाह सुनिश्चित करते हुए नदी बेसिन आधारित उपागम का उपयोग कर प्रदूषण को कम करना और नदी का संरक्षण करना है। 
  • संरचना: NMCG के दो मुख्य निकाय हैं- शासी परिषद् और कार्यकारी समिति- दोनों का नेतृत्व महानिदेशक करता है। कार्यकारी समिति ₹1000 करोड़ की परियोजनाओं को स्वीकृति दे सकती है। राज्य स्तरीय समूह स्थानीय स्तर पर परियोजनाओं के क्रियान्वन में मदद करते हैं। 

गंगा नदी तंत्र

  • गंगा नदी भागीरथी के रूप में शुरू होती है, जिसमें गंगोत्री ग्लेशियर से जल प्राप्त होता है। 
  • यह उत्तराखंड के देवप्रयाग में अलकनंदा नदी से मिलती है, जो गंगा की प्रामाणिक शुरुआत का प्रतीक है। 
  • हरिद्वार में यह नदी पर्वतों से होकर मैदानों में प्रवेश करती है। 
  • गंगा नदी के मार्ग हिमालय की अनेक सहायक नदियाँ इसमें मिलती हैं, जिनमें यमुना, घाघरा, गंडक और कोसी जैसी प्रमुख नदियाँ शामिल हैं।