09-Jun-2025
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI)
भारतीय अर्थव्यवस्था
चर्चा क्यों है?
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में भारत में आने वाले कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का 51 प्रतिशत हिस्सा महाराष्ट्र और कर्नाटक को प्राप्त हुआ।
एफडीआई क्या है?
- FDI यानी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का अर्थ है किसी विदेशी कंपनी या व्यक्ति द्वारा किसी अन्य देश के व्यवसाय में निवेश करना।
- यह निवेश किसी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदकर, सहायक कंपनियाँ या शाखाएँ स्थापित कर या संयुक्त उपक्रम (Joint Venture) बनाकर किया जाता है।
- यह FPI (विदेशी पोर्टफोलियो निवेश) से भिन्न होता है, जिसमें केवल शेयरों या बॉण्ड्स की खरीद की जाती है।
एफडीआई के प्रकार
- क्षैतिज FDI: वही व्यवसाय विदेश में स्थापित करना (जैसे, McDonald's का फ्राँस में खुलना)।
- ऊर्ध्वाधर FDI: विदेश में आपूर्ति शृंखला से जुड़ी कंपनियों में निवेश करना (जैसे, BMW का पार्ट्स सप्लायर में निवेश)।
- कांग्लोमरेट FDI: असंबंधित क्षेत्रों में निवेश करना (जैसे, Apple का फैशन सेक्टर में निवेश)।
एफडीआई के तरीके
- ग्रीनफील्ड : किसी दूसरे देश में नए सिरे से व्यवसाय खड़ा करना।
- ब्राउनफील्ड : किसी मौजूदा विदेशी व्यवसाय को खरीदना या उसके साथ विलय करना।
एफडीआई का महत्त्व
- पूंजी, तकनीक, रोज़गार तथा बेहतर प्रबंधन लाता है।
- सड़क, फैक्ट्री, पावर प्लांट जैसे बुनियादी ढाँचे के निर्माण में मदद करता है।
- निर्यात तथा कर राजस्व को बढ़ाता है।
- आर्थिक वृद्धि और विकास को प्रोत्साहित करता है।
भारत में एफडीआई
- भारत में FDI दो मार्गों से प्राप्त होता है:
- स्वचालित मार्ग (अनुमोदन की आवश्यकता नहीं)
- सरकारी मार्ग (अनुमोदन आवश्यक)
- वर्ष 2014 से अब तक भारत को 667.4 अरब डॉलर का FDI प्राप्त हुआ है।
- शीर्ष निवेशक देश: मॉरीशस, सिंगापुर, अमेरिका, नीदरलैंड, जापान।
- शीर्ष क्षेत्र: सेवा क्षेत्र, सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर, ट्रेडिंग, दूरसंचार, ऑटोमोबाइल।
MCQ के माध्यम से तैयारीप्रश्न: वित्त वर्ष 2024-25 के लिये DPIIT के आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल FDI प्रवाह में किन दो भारतीय राज्यों का योगदान 51% था? (1) गुजरात और तमिलनाडु उत्तर: (3) महाराष्ट्र और कर्नाटक |