26-Jun-2025
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय तथा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुँचने वाले पहले भारतीय बन गए।
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन
- अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) अंतरिक्ष में स्थित सबसे बड़ी मानव निर्मित संरचना है, जिसे 20 नवंबर, 1998 को प्रक्षेपित किया गया था।
- यह पृथ्वी से लगभग 400 किमी ऊपर परिक्रमा करते हुए लगभग 28,000 किमी/घंटा की गति से यात्रा करता है तथा प्रत्येक 90 मिनट में पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करता है।
- यह एक अंतरिक्ष प्रयोगशाला और अंतरिक्ष यात्रियों के आवास के रूप में कार्य करता है, जिसका वर्ष 2011 से सतत् उपयोग हो रहा है।
- इसका प्रमुख उद्देश्य सूक्ष्मगुरुत्व के वातावरण में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना तथा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग को सशक्त करना है।
- इसका पहला मॉड्यूल 'ज़ार्या' वर्ष 1998 में प्रक्षेपित किया गया था और यह स्टेशन वर्ष 2011 तक पूर्णत: विकसित हो गया था। इसके वर्ष 2030 तक संचालित रहने की संभावना है।
अन्य वैश्विक अंतरिक्ष स्टेशन प्रयास
- चीन वर्ष 2022 से ‘तियांगोंग’ नामक अपना अंतरिक्ष स्टेशन संचालित कर रहा है, जो 450 किमी की ऊँचाई पर स्थित है और इसमें एक समय में 3 अंतरिक्षयात्री रह सकते हैं।
- भारत वर्ष 2035 तक ‘भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन’ स्थापित करने की योजना है, जो 400 किमी की कक्षा में स्थित होगा, जिसका भार 20 टन होगा तथा मिशन की अवधि 15–20 दिन तक की होगी।
- अन्य देश: जापान तथा संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भी भविष्य में अपने-अपने अंतरिक्ष स्टेशनों की योजना बना रहे हैं।
MCQ के माध्यम से तैयारीप्रश्न. वर्ष 2022 में लॉन्च होने वाले तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन का संचालन कौन-सा देश करेगा?(1) जापान उत्तर: (2) चीन |