21-May-2025
एक्सिओम 4 मिशन
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन (NASA) अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिये एक्सिओम-4 (x-4) मिशन के तहत दो आउटरीच कार्यक्रमों की योजना बना रहे हैं।
एक्सिओम 4 मिशन के बारे में
- प्रक्षेपण स्थान: फ्लोरिडा में NASA का कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र
- भारतीय वायु सेना के शुभांशु शुक्ला, एक्सिओम 4 मिशन के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री के रूप में इतिहास रचने जा रहे हैं।
- प्रक्षेपण की तिथि: 8 जून 2025
- एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिये एक निजी अंतरिक्ष उड़ान है, जिसका आयोजन एक्सिओम स्पेस द्वारा किया गया है, जो अंतरिक्ष अवसंरचना में विशेषज्ञता रखने वाली एक अमेरिकी कंपनी है।
- इस मिशन में स्पेसएक्स के पुन: प्रयोज्य क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान का उपयोग किया गया है, जिसे अंतरिक्ष यात्रियों को आई.एस.एस. तक लाने-ले जाने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- यह एक्सिओम मिशन 1, 2 और 3 के बाद NASA के साथ साझेदारी में चौथा मिशन है।
शुभांशु शुक्ला के बारे में
- वर्ष 1985 में जन्मे ग्रुप कैप्टन शुक्ला एक अनुभवी भारतीय वायु सेना पायलट हैं, जिनके पास 2,000 से अधिक उड़ान घंटों का अनुभव है।
- वर्ष 2019 में ISRO द्वारा चयनित होने के बाद, उन्होंने भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन, गगनयान के लिये रूस में प्रशिक्षण लिया।
- वर्ष 2024 में, पीएम मोदी ने उन्हें वर्ष 2025 में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिये एक्सिओम मिशन-4 के पायलट के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की।
इसरो के बारे में
- अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना 15 अगस्त, 1969 को राष्ट्रीय आवश्यकताओं के लिये अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विकास और अनुप्रयोग के लिये की गई थी।
- भारत के अंतरिक्ष प्रयासों की शुरुआत वर्ष1962 में डॉ. विक्रम साराभाई के नेतृत्व में INCOSPAR के साथ हुई और इसमें वर्ष 1963 में थुंबा से पहला साउंडिंग रॉकेट प्रक्षेपित करना भी शामिल था।
- इसके बाद से ISRO ने संचार, प्रसारण और मौसम संबंधी सेवाओं के लिये प्रमुख अंतरिक्ष प्रणालियों का निर्माण किया है और यह विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त, लागत प्रभावी अंतरिक्ष एजेंसी बन गई है।
नासा के बारे में
- राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन (NASA) की स्थापना वर्ष 1958 में शीत युद्ध के दौरान एक नागरिक एजेंसी ( civilian agency) के रूप में की गई थी, जिसका गठन सोवियत संघ के स्पुतनिक प्रक्षेपणों के जवाब में अमेरिकी अंतरिक्ष अन्वेषण और एयरोस्पेस अनुसंधान का नेतृत्व करने के लिये किया गया था।
- एजेंसी का मुख्य लक्ष्य अंतरिक्ष के बारे में मानव ज्ञान को बढ़ाना, उपकरणों और अंतरिक्ष यात्रियों के लिये अंतरिक्ष वाहन विकसित करना और वैज्ञानिक प्रगति के लिये वैश्विक स्तर पर सहयोग करना है।
- पिछले छह दशकों में, NASA ने कई मिशन सफलतापूर्वक पूरे किये हैं, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी नवाचार को आगे बढ़ाया है तथा प्रमुख वैज्ञानिक प्रश्नों का अन्वेषण जारी रखा है।