03-Sep-2025

ब्रेन-ईटिंग अमीबा

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

चर्चा में क्यों?

केरल में प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (PAM) के कई मामले सामने आए हैं, जो “ब्रेन-ईटिंग अमीबा” के कारण होने वाला संक्रमण है।

  • PAM एक दुर्लभ और घातक मस्तिष्क संक्रमण है, जो नेगलेरिया फाउलेरी(Naegleria fowleri) अमीबा से होता है।
  • यह नासिका मार्ग से शरीर में प्रवेश करता है, आमतौर पर दूषित जल में तैरने के दौरान, और मस्तिष्क ऊतक को नष्ट कर देता है।
    • यह न तो पेयजल से फैलता है और न ही व्यक्ति-से-व्यक्ति में फैलता है।
  • प्रारंभिक लक्षण – बुखार, जो आगे चलकर गर्दन अकड़ना, भ्रम, दौरे (seizures), कोमा आदि में बदल जाते हैं।
    • मृत्यु दर 95% से अधिक है, और सामान्यत: संक्रमण के 1–5 दिनों के भीतर मृत्यु हो सकती है।
  • कोई प्रभावी उपचार उपलब्ध नहीं है; इसे Amphotericin B, Azithromycin, Fluconazole आदि जैसी दवाओं से नियंत्रित किया जाता है।