24-Oct-2024
ब्रिक्स
वैश्विक मामले
चर्चा में क्यों?
कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र सुधारों और बहुपक्षीय सहयोग का समर्थन करने वाले घोषणापत्र को अपनाया गया। भारत और चीन ने वार्ता के माध्यम द्वारा अपने सीमा विवादों को सुलझाने और स्थिर द्विपक्षीय संबंध बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की। दोनों देशों ने अपने संबंधों में आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के महत्त्व पर ज़ोर दिया।
ब्रिक्स
- ब्रिक्स विश्व की अग्रणी उभरती अर्थव्यवस्थाओं अर्थात ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह का संक्षिप्त नाम है।
- नये सदस्य: मिस्र, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और इथियोपिया 2023 में शामिल हुए।
- ब्रिक्स नेताओं का शिखर सम्मेलन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।
- 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेज़बानी 2023 में दक्षिण अफ्रीका द्वारा की गई।
- रूस अक्तूबर 2024 में कज़ान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेज़बानी किया।
- इस शिखर सम्मेलन में कज़ान घोषणा को अपनाया गया।
- ब्रिक्स का गठन
- इस समूह का पहली बार अनौपचारिक गठन वर्ष 2006 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में G8 (अब G7) आउटरीच शिखर सम्मेलन के दौरान ब्राजील, रूस, भारत और चीन (ब्रिक) के नेताओं की बैठक के दौरान हुआ था, जिसे बाद में वर्ष 2006 में न्यूयॉर्क में ब्रिक विदेश मंत्रियों की पहली बैठक के दौरान औपचारिक रूप दिया गया।
- वर्ष 2009 में, रूस के येकातेरिनबर्ग में BRIC का पहला शिखर सम्मेलन हुआ। अगले वर्ष (2010) दक्षिण अफ्रीका भी इसमें शामिल हो गया और BRICS के नाम से एक समूह बना।
नोट फोर्टालेज़ा (वर्ष 2014) में छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं ने न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) की स्थापना के समझौते पर हस्ताक्षर किये। |