12-May-2025
क्रिस्पर टेक्नोलॉजी
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
CRISPR-Cas9 जीनोम संपादन में CRISPR-Cas प्रणाली का उपयोग करके जीनोम को लक्षित तरीके से संशोधित किया जाता है।
CRISPR तकनीक क्या है?
- क्लस्टर्ड रेगुलरली इंटरस्पेस्ड शॉर्ट पैलिंड्रोमिक रिपीट्स (CRISPR) एक जीन-संपादन तकनीक है, जो Cas9 नामक प्रोटीन का उपयोग करके वायरल हमलों से लड़ने के लिये बैक्टीरिया में पाए जाने वाले प्राकृतिक रक्षा तंत्र की नकल करती है।
- इस प्रक्रिया में आम तौर पर या तो एक नया जीन शामिल किया जाता है या जेनेटिक इंजीनियरिंग के माध्यम से मौजूदा जीन को दबाया जाता है। कुछ अन्य तरीकों के विपरीत, CRISPR में विदेशी जीन को शामिल करने की आवश्यकता नहीं होती है।
- अक्सर 'जेनेटिक कैंची' के नाम से जानी जाने वाली CRISPR-Cas9 तकनीक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में 'कट-कॉपी-पेस्ट' या 'फाइंड-रिप्लेस' सुविधाओं के समान काम करती है। डीएनए का एक दोषपूर्ण खंड, जो किसी बीमारी या विकार का कारण बन सकता है, का पता लगाया जाता है, उसे काटा जाता है और एक सही अनुक्रम के साथ प्रतिस्थापित किया जाता है।
इस प्रक्रिया में इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरण जैव रासायनिक हैं, जिनमें विशेष रूप से प्रोटीन और आरएनए अणु शामिल हैं। CRISPR तकनीक मूल रूप से कुछ बैक्टीरिया की रक्षा रणनीति की नकल करती है, जो वायरस से खुद को बचाने के लिये इसी तरह की तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।