26-Jun-2025
CRISPR/Cas9 प्रौद्योगिकी
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
वैज्ञानिकों ने गर्मी और संक्रमण जैसे कारकों से उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों से पौधों को निपटने में सहायता देने के लिये एक स्मार्ट आणविक उपकरण विकसित किया है, क्योंकि अत्यधिक मौसम या सूक्ष्मजीवों के कारण तनाव के कारण उनकी उत्पादकता कम हो जाती है।
CRISPR/Cas9 – जीन संपादन प्रौद्योगिकी
CRISPR क्या है?
- CRISPR का तात्पर्य क्लस्टर्ड रेगुलरली इंटरस्पेस्ड शॉर्ट पैलिंड्रोमिक रिपीट्स से है।
- यह एक जीन-संपादन तकनीक है जिसका उपयोग विशिष्ट जीन के डीएनए अनुक्रम के कुछ हिस्सों को हटाने, जोड़ने या बदलने के लिये किया जाता है।
इससे क्या होता है?
- CRISPR तकनीक से जीनों का सटीक, त्वरित और कम लागत वाला संपादन संभव हो पाता है।
- यह आनुवंशिक त्रुटियों को सुधारने और कोशिकाओं व जीवों में जीनों को नियंत्रित करने में सक्षम है।
इसका विकास कैसे हुआ?
- यह तकनीक बैक्टीरिया की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली से प्रेरित है।
- बैक्टीरिया, वायरस के डीएनए को काटकर उसके कुछ हिस्सों को स्मृति रूप में सुरक्षित रखते हैं ताकि भविष्य के हमलों को पहचान सकें।
- वैज्ञानिकों ने इस प्रणाली को लक्षित डीएनए संपादन के लिये अनुकूलित किया।
CRISPR-Cas9 प्रणाली के घटक
- Cas9 एंजाइम: एक विशिष्ट स्थान पर डीएनए के दोनों रज्जुकों को काटने के लिये आणविक कैंची के रूप में कार्य करता है।
- गाइड RNA (gRNA):
- इसमें 20-आधार (base) लंबा अनुक्रम होता है, जो Cas9 एंज़ाइम को DNA के सटीक स्थान तक पहुँचाता है।
- यह सुनिश्चित करता है कि Cas9 केवल लक्षित DNA खंड को ही काटे।
अनुप्रयोग
- अनुप्रयोग: आनुवंशिक लिंक वाले रोगों के उपचार में संभावित उपयोग, जैसे –
- कैंसर
- हेपेटाइटिस B
- उच्च कोलेस्ट्रॉल
MCQ के माध्यम से तैयारीप्रश्न . निम्नलिखित में से कौन सा CRISPR के संभावित अनुप्रयोग के रूप में उल्लेखित नहीं है? उत्तर: (4) टीके का उत्पादन |