26-Jun-2025
कैलाश पर्वत और मानसरोवर
विविध
चर्चा में क्यों?
कैलाश पर्वत और मानसरोवर की तीर्थयात्रा छह वर्ष बाद फिर से शुरू हुई, जो कोविड और LAC गतिरोध के बाद पहली बार भारत-चीन लोगों के बीच आदान-प्रदान का प्रतीक है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा: परिचय
- कैलाश मानसरोवर यात्रा जून और सितंबर के बीच लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड) और नाथू ला दर्रा (सिक्किम) के माध्यम से आयोजित की जाती है।
- हिंदुओं के लिये यह भगवान शिव का निवास स्थान है; जैनियों के लिये यह अष्टपद है, जहाँ ऋषभनाथ को ज्ञान प्राप्त हुआ था।
कैलाश पर्वत की पवित्रता
- तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत (6,638 मीटर) हिंदुओं, बौद्धों, जैनियों और बोन्स के लिये एक पवित्र शिखर है।
- तिब्बती बौद्ध इसे मेरु पर्वत, ब्रह्मांडीय धुरी मानते हैं।
- पर्वत की तलहटी में स्थित मानसरोवर झील भी पवित्र है।
- सतलुज, ब्रह्मपुत्र, सिंधु और करनाली जैसी प्रमुख नदियाँ इसके निकट से निकलती हैं।
- माउंट एवरेस्ट से कम ऊँचाई पर स्थित होने के बावजूद, धार्मिक महत्त्व के कारण कैलाश पर्वत पर चढ़ना प्रतिबंधित है।
MCQ के माध्यम से तैयारी प्र. कौन-सी नदी कैलाश पर्वत के पास से नहीं निकलती है? उत्तर: (1) गंगा |