02-Jul-2025
रामेश्वरम
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 1,853 करोड़ रुपए की लागत से परमकुडी से रामनाथपुरम तक चार लेन की सड़क के निर्माण को मंज़ूरी दे दी है। यह कदम धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और मदुरै से रामेश्वरम के रामनाथस्वामी मंदिर और धनुषकोडी जैसे महत्त्वपूर्ण तीर्थ स्थलों तक संपर्क बेहतर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
रामनाथस्वामी मंदिर
- तमिलनाडु के रामेश्वरम द्वीप पर स्थित है।
- भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक।
- हिंदू धर्म में चार धाम तीर्थयात्रा का हिस्सा।
पौराणिक महत्त्व
- भगवान राम ने रावण का वध करने के बाद ब्रह्महत्या के प्रायश्चित हेतु रामेश्वरम में भगवान शिव की पूजा की।
- हनुमान को हिमालय से लिंगम लाने भेजा गया, लेकिन विलंब होने के कारण माता सीता ने रेत से एक लिंगम बनाया, जिसे आज रामलिंगम कहा जाता है।
- हनुमान द्वारा लाया गया लिंगम विश्वलिंगम के नाम से जाना जाता है और मंदिर में दोनों की पूजा की जाती है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- 12वीं शताब्दी में पांड्य वंश द्वारा रामेश्वरम मंदिर का प्रमुख रूप से विस्तार किया गया।
- 17वीं शताब्दी में जयवीर और गुणवीर सिंकैरियन (जाफना के शासकों) द्वारा इसका पुनरुद्धार किया गया।
वास्तुशिल्पीय विशेषताएँ
- चारों तरफ गोपुरम के साथ ऊँची परिसर की दीवारों से घिरा हुआ है।
- अपने विशाल गलियारों के लिये जाना जाता है, जो विश्व में सबसे विशाल गलियारों में से एक है।
- इसमें रामनाथस्वामी, पर्वतवर्धिनी, विशालाक्षी आदि के मंदिर हैं।
- अद्वितीय संरचनाओं में चोक्कट्टन मंडपम और पूर्वी गोपुरम शामिल हैं।
पवित्र जल निकाय
- अग्नि तीर्थम: अनुष्ठानों से जुड़ा पवित्र समुद्र तट।
- रामेश्वरम के आसपास 64 तीर्थ: तीर्थयात्री आध्यात्मिक शुद्धि के लिये यहाँ स्नान करते हैं।
हालिया मान्यता
- सांस्कृतिक विरासत संरक्षण के लिये यूनेस्को एशिया पैसिफिक अवार्ड ऑफ मेरिट (2017) से सम्मानित।
चार धामआदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार पवित्र तीर्थ स्थल हैं, जो सभी भगवान विष्णु या उनके अवतारों से जुड़े हैं।
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MCQ के माध्यम से तैयारीप्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सा कथन रामनाथस्वामी मंदिर से सही रूप से संबंधित है? (1) यह भगवान राम द्वारा भगवान शिव की पूजा से जुड़ा एक ज्योतिर्लिंग मंदिर है। उत्तर: (1) यह भगवान राम द्वारा भगवान शिव की पूजा से जुड़ा एक ज्योतिर्लिंग मंदिर है। |