30-Sep-2024

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना

भारतीय अर्थव्यवस्था

चर्चा में क्यों?

राजस्थान और मध्य प्रदेश जल्द ही संशोधित पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (Eastern Rajasthan Canal Project- ERCP) को लागू करने के लिये एक नए समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, जो पूर्वी राजस्थान के 13 ज़िलों में दीर्घकालिक जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये पार्वती, काली सिंध और चंबल नदियों को जोड़ेगी।

ERCP के बारे में

  • यह एक महत्त्वाकांक्षी पेयजल और सिंचाई जल परियोजना है जिसे राजस्थान सरकार ने 2017-18 के बजट में पेश किया था।
  • उद्देश्य: पूर्वी राजस्थान के 13 ज़िलों के समक्ष आने वाली जल समस्याओं का दीर्घकालिक समाधान प्रदान करना।
    • 13 ज़िलों में झालावाड़, बाराँ, कोटा बूँदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर और धौलपुर शामिल हैं।
  • यह वर्ष 2051 तक मनुष्यों और पशुधन के लिये दक्षिणी और दक्षिणपूर्वी राजस्थान की पेयजल और औद्योगिक जल की जरूरतों को पूरा करने की योजना बनाई गई है।

चंबल नदी के बारे में

  • यह भारत की सबसे स्वच्छ नदियों में से एक है।
  • उद्गम: सिंगार चौरी चोटी पर, विंध्य पर्वत, इंदौर, मध्य प्रदेश।
  • यह नदी मध्य प्रदेश में 346 किमी उत्तर की ओर बहती है तथा उसके बाद राजस्थान में 225 किमी उत्तर-पूर्व की ओर बहती है।
  • यह नदी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है तथा इटावा ज़िले में यमुना में मिलने से पहले 32 किमी. तक बहती है।
  • विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं और अरावली से घिरी वर्षा आधारित नदी।
  • यह नदी उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र से होकर गुजरती है।
  • राजस्थान में हाड़ौती का पठार मेवाड़ मैदान के दक्षिण-पूर्व में ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में है।
  • सहायक नदियाँ: बनास, काली सिंध, क्षिप्रा, पार्वती।
  • प्रमुख बाँध: गांधी सागर बाँध, राणा प्रताप सागर बाँध, जवाहर सागर बाँध, कोटा बैराज।
  • राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के त्रि-जंक्शन पर स्थित है।
    • यह अभयारण्य गंभीर रूप से लुप्तप्राय घड़ियाल, लाल मुकुट वाले छत कछुए और लुप्तप्राय गंगा नदी डॉल्फिन का आवास है।