21-Jul-2025
भारत की पहली जनजातीय जीनोम परियोजना
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
गुजरात ने जनजातीय आबादी की आनुवंशिक संरचना का मानचित्रण हेतु वंशानुगत रोगों का समाधान खोजने के लिये भारत की पहली जनजातीय जीनोम परियोजना शुरू की है।
जनजातीय जीनोम परियोजना के बारे में
- यह सटीक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिये गुजरात के 17 ज़िलों के 2,000 जनजातीय व्यक्तियों के जीनोम को अनुक्रमित करने हेतु एक जीनोमिक अनुसंधान परियोजना है।
- कार्यान्वयनकर्त्ता: गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर (GBRC)।
- उद्देश्य:
- सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया और वंशानुगत कैंसर जैसी आनुवंशिक बीमारियों के जोखिम संकेतों की पहचान करना।
- जनजातीय आनुवंशिक डाटा के आधार पर व्यक्तिगत स्वास्थ्य देखभाल का विकास करना।
- विज्ञान-आधारित जनजातीय सशक्तीकरण और स्वास्थ्य समता को बढ़ावा देना।
जीनोम अनुक्रमण
- जीनोम किसी जीव के डीएनए का पूर्ण सेट होता है, जिसमें सभी जीन और उनके बीच की अन्य DNA संरचनाएँ शामिल होती हैं।
- मानव DNA 23 जोड़ी गुणसूत्रों में व्यवस्थित होता है।
- प्रत्येक गुणसूत्र एक लंबी DNA शृंखला से बना होता है, जिसमें लाखों न्यूक्लियोटाइड्स (जिन्हें क्षार भी कहा जाता है) होते हैं।
- न्यूक्लियोटाइड क्षार चार प्रकार के होते हैं:
- एडेनिन (A)
- थायमिन (T)
- गुआनिन (G)
- साइटोसिन (C)
- ये क्षार विभिन्न क्रमों और संयोजनों में बार-बार दोहराए जाते हैं तथा यही क्रम किसी जीव की आनुवंशिक संरचना को निर्धारित करता है।
- संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण का अर्थ है मानव कोशिका में संपूर्ण डीएनए अनुक्रम को डिकोड करना, अर्थात् चार क्षारों (A, T, G और C) का सटीक क्रम ज्ञात करना।
MCQ के माध्यम से तैयारीप्रश्न. किस भारतीय राज्य ने देश की पहली जनजातीय जीनोम परियोजना शुरू की है? (1) महाराष्ट्र (2) ओडिशा (3) गुजरात (4) मध्य प्रदेश उत्तर: (3) गुजरात |