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 28-Feb-2025

खिलजी वंश (1290 – 1320 ई.)

इतिहास

खिलजी वंश: परिचय 

खिलजी वंश दिल्ली सल्तनत का दूसरा शासक वंश था, जिसकी स्थापना 1290 ई. में जलाल-उद-दीन फिरोज़ खिलजी ने की थी। इसने तुर्किक शासन से अफगान शासन में परिवर्तन को चिह्नित किया और इसे अपने सैन्य विस्तार एवं प्रशासनिक सुधारों के लिये प्रसिद्ध है। 

प्रमुख शासक और उपलब्धियाँ 

  • जलाल-उद-दीन फिरोज़ खिलजी (1290 - 1296 ई.)  
    • मामलुक वंश के पतन के पश्चात खिलजी वंश की स्थापना की गई। 
    • उन्होंने उदारवादी शासन अपनाया लेकिन उनके भतीजे अलाउद्दीन खिलजी ने उनकी हत्या कर दी। 
  • अलाउद्दीन खिलजी (1296 - 1316 ई.) 
    • गुजरात, राजस्थान और दक्षिण भारत में साम्राज्य का विस्तार किया। 
    • कई बार मंगोल आक्रमणों को पराजित किया। 
    • आवश्यक वस्तुओं को विनियमित करने के लिये बाज़ार सुधार और मूल्य नियंत्रण लागू किया गया। 
    • सैन्य को सशक्त किया गया और स्थायी स्थायी सेना की स्थापना की गई।
  • मुबारक शाह (1316 - 1320 ई.) 
    • अंतिम प्रमुख खिलजी शासक, जो अपने दुर्बल प्रशासन के लिये जाना जाता था। 
    • उनके सेनापति खुसरो खान द्वारा उनकी हत्या कर दी गई, जिसके परिणामस्वरूप वंश का पतन हो गया। 

  वंश का अंत: 1320 ई. में गयासुद्दीन तुगलक द्वारा इसे समाप्त कर दिया, जिससे तुगलक वंश की स्थापना हुई।