08-Jul-2025

नीति आयोग

भारतीय राजनीति

चर्चा में क्यों? 

नीति आयोग, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (MoDoNER) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने नई दिल्ली में पूर्वोत्तर क्षेत्र ज़िला एसडीजी सूचकांक (2023-24) का दूसरा संस्करण जारी किया। 

सूचकांक के बारे में 

  • यह सूचकांक उत्तर-पूर्वी भारत के 8 राज्यों के 121 ज़िलों में सतत् विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्रगति को मापता है।
  • इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, जल, रोज़गार और समानता जैसे प्रमुख लक्ष्य शामिल हैं। 
  • इसका पहला संस्करण अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया था। 
  • यह क्षेत्रीय विकास में अंतरालों की पहचान करने और लक्षित विकास योजनाओं को दिशा देने में सहायक है। 

मुख्य बिंदु (2023-24 सूचकांक) 

  • पिछले संस्करण की तुलना में 85% ज़िलों ने SDG स्कोर में सुधार किया है। 
  • मिज़ोरम, सिक्किम और त्रिपुरा के सभी ज़िले फ्रंट रनर श्रेणी (स्कोर: 65–99) में पहुँच गए। 
  • हनाहथियाल(मिज़ोरम): सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाला ज़िला (स्कोर: 81.43)। 
  • लोंगडिंग (अरुणाचल प्रदेश): सबसे कम स्कोर (58.71)। 
  • नागालैंड: शीर्ष 10 प्रदर्शन करने वाले ज़िलों में 3 ज़िले शामिल। 
  • सिक्किम ने सबसे अधिक संतुलित ज़िला प्रदर्शन किया। 

नीति आयोग के बारे में 

नीति आयोग की स्थापना 1 जनवरी 2015 को योजना आयोग के स्थान पर की गई थी। इसका उद्देश्य ‘अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार’ के सिद्धांत पर कार्य करते हुए नीचे से ऊपर (Bottom-up) की ओर विकासात्मक नीति-निर्माण को प्रोत्साहित करना तथा सहकारी संघवाद की भावना को मज़बूत करना है।

तुलना: नीति आयोग बनाम योजना आयोग 

नीति आयोग 

योजना आयोग 

यह एक सलाहकार थिंक टैंक के रूप में कार्य करता है। 

यह गैर-संवैधानिक निकाय के रूप में कार्य करता था। 

इसमें व्यापक विशेषज्ञ सदस्य शामिल होते है। 

इसमें सीमित विशेषज्ञता थी। 

यह सहकारी संघवाद की भावना से कार्य करता है क्योंकि राज्य समान भागीदार हैं। 

राज्यों ने वार्षिक योजना बैठकों में दर्शकों के रूप में भाग लिया। 

प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त सचिवों को CEO के रूप में जाना जाता है। 

सचिवों को सामान्य प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्त किया गया था। 

यह योजना के 'बॉटम-अप' दृष्टिकोण पर केंद्रित है। 

इसने 'टॉप-डाउन' दृष्टिकोण का अनुसरण किया। 

इसके पास नीतियांँ लागू करने का अधिकार नहीं है। 

राज्यों पर नीतियों को लागू किया और अनुमोदित परियोजनाओं के साथ धन का आवंटन किया। 

इसके पास निधि आवंटित करने का अधिकार नहीं है, जो वित्त मंत्री में निहित है। 

इसे मंत्रालयों और राज्य सरकारों को निधि आवंटित करने का अधिकार था। 

नीति आयोग की संरचना 

  • अध्यक्ष: भारत के प्रधानमंत्री। 
  • उपाध्यक्ष: प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त। 
  • शासी परिषद: इसमें सभी मुख्यमंत्री और केंद्रशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल शामिल होते हैं। 
  • क्षेत्रीय परिषदें: क्षेत्रीय मुद्दों से निपटने के लिये गठित; इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री या नामित प्रतिनिधि करते हैं। 
  • तदर्थ सदस्य: अनुसंधान संस्थानों से विशेषज्ञ, जिनका चयन चक्रीय आधार पर किया जाता है। 
  • पदेन सदस्य: अधिकतम चार केंद्रीय मंत्री, प्रधानमंत्री द्वारा मनोनीत। 
  • मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO): प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त। 
  • विशेष आमंत्रित सदस्य: प्रधानमंत्री द्वारा नामित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ। 

नीति आयोग के कार्य 

  • नीति निर्माण: राष्ट्रीय विकास के लिये रणनीतिक और क्षेत्रवार नीतियाँ निर्मित करना। 
  • निगरानी एवं मूल्यांकन: सरकारी योजनाओं और पहलों की प्रगति तथा प्रभावशीलता का आकलन करना। 
  • सहकारी संघवाद को बढ़ावा देना: केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाना। 
  • सलाहकार थिंक टैंक: प्रभावी शासन का समर्थन करने के लिये विशेषज्ञ ज्ञान, अंतर्दृष्टि और नवीन समाधान प्रदान करता है। 

MCQ के माध्यम से तैयारी 

प्रश्न. नीति आयोग के अध्यक्ष कौन हैं? 

(1) भारत के वित्त मंत्री
(2) भारत के उपराष्ट्रपति
(3) भारत के प्रधानमंत्री
(4) भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर 

उत्तर: (3) भारत के प्रधानमंत्री