26-May-2025

संक्षिप्त समाचार

संक्षिप्त समाचार

चागोस द्वीपसमूह 

  • संप्रभुता हस्तांतरण: ब्रिटेन ने चागोस द्वीपसमूह की संप्रभुता मॉरीशस को हस्तांतरित कर दी है। 
  • अवस्थिति एवं संरचना: यह भारत से लगभग 1,600 किमी. दक्षिण में, मध्य हिंद महासागर में स्थित है; इसमें सात एटोल हैं, जिनमें डिएगो गार्सिया सबसे बड़ा है। 
  • ऐतिहासिक संदर्भ: ब्रिटेन ने 1965 में इस क्षेत्र को 3 मिलियन पाउंड में खरीदा था, लेकिन मॉरीशस का दावा है कि स्वतंत्रता समझौते के तहत उसे यह अधिकार ज़बरदस्ती दिया गया था। 
  • सामरिक महत्त्व: अमेरिका डिएगो गार्सिया पर एक सैन्य अड्डा संचालित करता है; ब्रिटेन इसे कम से कम 99 वर्षों के लिये पट्टे पर देने के लिये मॉरीशस को प्रतिवर्ष 136 मिलियन डॉलर का भुगतान करेगा। 

यशोदा AI 

  • राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली में यशोदा AI: Your AI SAKHI लॉन्च किया। 
  • इसका उद्देश्य महिलाओं को AI से संबंधित अपराधों से निपटने, डिजिटल गोपनीयता सुनिश्चित करने और तकनीक में नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिये ज्ञान से सशक्त बनाना है। 
  • यह पहल फ्यूचर शिफ्ट लैब्स (FSL) के साथ साझेदारी में संचालित की जाती है और इसमें समुदाय-संचालित दृष्टिकोण का उपयोग किया जाता है, जिसमें छात्र, शिक्षक और महिला पेशेवर (पुलिस सहित) शामिल होते हैं। 
  • यशोदा AI समावेशी डिजिटल विकास को सक्षम बनाकर और प्रौद्योगिकी में लैंगिक असमानता को समाप्त करके विकसित भारत के दृष्टिकोण का समर्थन करता है।

राष्ट्रपति निकेतन 

  • राष्ट्रपति की विरासत के साथ नागरिक संबंध को बढ़ावा देने के लिये देहरादून में राष्ट्रपति निकेतन 24 जून, 2025 से आम जनता के लिये खुला रहेगा। 
  • 186 वर्ष पुरानी, 21 एकड़ की यह संपत्ति, जो कभी PBG घोड़ों के प्रशिक्षण के लिये उपयोग की जाती थी, अब कलाकृति, अस्तबल और लिली तालाब और रोज गार्डन जैसे उद्यानों को प्रदर्शित करती है। 
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस स्थल का उद्घाटन करेंगी और 132 एकड़ में बनने वाले पारिस्थितिक पार्क, राष्ट्रपति उद्यान की आधारशिला रखेंगी। 
  • इस स्थल में राष्ट्रपति तपोवन (19 एकड़ का वन पथ) शामिल है और इसमें जल्द ही थीम गार्डन, पक्षीशाला, तितली उद्यान और इको-लर्निंग क्षेत्र भी शामिल होंगे। 

38वीं केंद्रीय प्रशिक्षुता परिषद की बैठक 

  • कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी की अध्यक्षता में 38वीं केंद्रीय प्रशिक्षुता परिषद (CAC) की बैठक 26 मई, 2025 को नई दिल्ली में आयोजित की गई, जिसमें पूरे भारत में प्रशिक्षुता प्रशिक्षण में सुधार पर चर्चा की गई। 
  • ध्यान केंद्रित करने वाले क्षेत्र डिजिटल अप्रेंटिसशिप, डिग्री अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम, वैश्विक तैनाती, भत्ते में वृद्धि, और महिलाओं, दिव्यांग जनों (PwD) और उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) के युवाओं के लिये समर्थन शामिल हैं।
  • मिज़ोरम में शुरू की गई एक विशेष योजना 26,000 से अधिक युवाओं को ₹1,500 अतिरिक्त भत्ता प्रदान करती है, जिसमें ₹43.94 करोड़ का व्यय है, ताकि सभी आठ उत्तर-पूर्वी राज्यों में कौशल विकास को बढ़ावा दिया जा सके।

भारत पूर्वानुमान प्रणाली 

  • सरकार सटीक और स्थानीय मौसम पूर्वानुमान में सुधार के लिये भारत पूर्वानुमान प्रणाली (BFS) शुरू कर रही है। 
  • भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM), पुणे द्वारा विकसित यह प्रणाली 6 किमी. का रिज़ोल्यूशन प्रदान करती है। 
  • यह छोटे पैमाने पर होने वाले मौसम परिवर्तनों का अधिक सटीक पूर्वानुमान लगाने में सहायता करता है, जिससे स्थानीय पूर्वानुमान बेहतर हो जाते हैं। 
  • यह मॉडल पिछले वर्ष IITM में स्थापित सुपर कंप्यूटर अर्का की सहायता से संभव हो सका। 

AI मैट्रियोश्का 

  • गूगल के 2025 I/O सम्मेलन में मुख्य विषय के रूप में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर ध्यान केंद्रित किया गया और इसके संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को अधिक बुद्धिमान, कनेक्टेड और AI-संचालित अनुभवों के चारों ओर पुनर्गठित किया गया।
  • एक AI पारिस्थितिकी तंत्र जिसमें कई परतें हैं, जहाँ गूगल की केंद्रीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता मुख्य मस्तिष्क के रूप में कार्य करती है, जिस प्रकार सबसे भीतरी मात्रीयोशका गुड़िया, जो बैकएंड API से लेकर उपयोगकर्त्ता-संपर्क अनुप्रयोगों तक सब कुछ संचालित करती है।

भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया 

  • IMF के अनुमान के अनुसार, भारत 4.187 ट्रिलियन डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद के साथ जापान को पीछे छोड़कर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। 
  • यह वृद्धि प्रबल घरेलू मांग, सुधारों और विस्तारित होते वैश्विक व्यापार से प्रेरित है, जो एक प्रमुख आर्थिक और रणनीतिक मील का पत्थर है। 
  • यह परिवर्तन भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव को उजागर करता है और युवाओं के लिये नए अवसर प्रदान करता है, जिससे छात्रों के लिये सकल घरेलू उत्पाद को समझना आवश्यक हो जाता है।