05-May-2025
रम्माण महोत्सव
इतिहास
चर्चा में क्यों?
- UNESCO द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में सूचीबद्ध रम्माण महोत्सव उत्तराखंड में मनाया जा रहा है।
रम्माण महोत्सव: परिचय
- वार्षिक उत्सव की अवधि: यह त्योहार प्रतिवर्ष फसल कटाई के बाद अप्रैल के अंत में उत्तराखंड में स्थित सलूर-डुंगरा नामक जुड़वाँ गाँवों में मनाया जाता है।
धार्मिक महत्त्व
- यह त्योहार स्थानीय देवता भूमिया देवता के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्हें गाँव का संरक्षक माना जाता है।
- इस त्योहार में जटिल अनुष्ठान शामिल होते हैं, जैसे महाकाव्य रामायण के एक संस्करण का पाठ।
- प्रदर्शनों में पारंपरिक गीत और मुखौटा नृत्य शामिल होते हैं जिनका सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व होता है।
- इस उत्सव का एक प्रमुख पहलू जागर गायन है, जो स्थानीय किंवदंतियों और कहानियों का संगीतमय प्रस्तुतीकरण है, जो क्षेत्र के सांस्कृतिक इतिहास के संरक्षण में योगदान देता है।