24-Apr-2025
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC)
विविध
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC)
- मूल
- दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग के विचार पर पहली बार एशियाई संबंध सम्मेलन (1947), बगुइओ सम्मेलन (1950) और कोलंबो पॉवर्स सम्मेलन (1954) में चर्चा की गई थी।
- SAARC की अवधारणा बांग्लादेश के राष्ट्रपति जियाउर रहमान द्वारा 1980 में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिये प्रस्तावित की गई थी।
- स्थापना
- SAARC का आधिकारिक गठन 8 दिसंबर, 1985 को ढाका, बांग्लादेश में हुआ था, जिसके 7 संस्थापक सदस्य थे: बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका।
- वर्ष 2007 में अफ़गानिस्तान इसका 8वाँ सदस्य बना।
- उद्देश्य
- कल्याण में सुधार, विकास में तेजी, और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देना।
- विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता, विश्वास और सहयोग को मजबूत करना।
- प्रमुख सिद्धांत: संप्रभु समानता, अहस्तक्षेप और सर्वसम्मति आधारित निर्णय।
- महत्त्व: विश्व की 21% जनसंख्या और वैश्विक अर्थव्यवस्था का 5.21% (USD 4.47 ट्रिलियन, 2021) का प्रतिनिधित्व करता है।
- सहयोग का दायरा
- SAFTA (2006): दक्षिण एशिया में मुक्त व्यापार को बढ़ावा देता है।
- SATIS (2012): सेवाओं में व्यापार को उदार बनाता है और निवेश को प्रोत्साहन प्रदान करता है।