02-May-2025
स्टॉकहोम कन्वेंशन
पर्यावरण और पारिस्थितिकी
चर्चा में क्यों?
भारत ने हाल ही में स्टॉकहोम कन्वेंशन के तहत खतरनाक कीटनाशक क्लोरपाइरीफोस को शामिल करने का विरोध किया है।
स्टॉकहोम कन्वेंशन: परिचय
उत्पत्ति: वर्ष 2001 में अपनाया गया और वर्ष 2004 में लागू किया गया स्टॉकहोम कन्वेंशन का उद्देश्य मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण को स्थाई कार्बनिक प्रदूषकों (POP) के हानिकारक प्रभावों से बचाना है।
उद्देश्य: कन्वेंशन का लक्ष्य उन रसायनों के उत्पादन और उपयोग को समाप्त करने या प्रतिबंधित करने पर केंद्रित है जो पर्यावरण में लंबे समय तक बने रहते हैं, जीवित जीवों में जमा हो जाते हैं तथा मनुष्यों और वन्यजीवों दोनों के लिये विषाक्त होते हैं।
प्रमुख विशेषताएँ
- POP विशेषताएँ: स्थायी कार्बनिक प्रदूषक (POP) कार्बन आधारित कार्बनिक रासायनिक पदार्थ हैं जो पर्यावरण में लंबे समय तक बने रहते हैं, जीवों में जमा होते हैं और बढ़ते हैं, जिससे वे मनुष्यों और वन्य जीवन दोनों के लिये खतरनाक बन जाते हैं।
- भारत की स्थिति: भारत ने स्टॉकहोम कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किये हैं और इसे अनुमोदित भी किया है, लेकिन उसने क्लोरपाइरीफॉस के वैश्विक चरणबद्ध प्रतिबंध का विरोध व्यक्त किया है, जिसे पर्यावरण और जनस्वास्थ्य के लिये हानिकारक माना गया है।