17-Jul-2025
अदिति योजना
विविध
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय तथा आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने MSMEs को ऊर्जा-कुशल प्रौद्योगिकियाँ अपनाने एवं सतत्, निम्न-कार्बन औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने हेतु 1,000 करोड़ रुपए की ADEETIE योजना शुरू की।
अदिति योजना के बारे में
- अदिति का पूर्ण नाम उद्योगों एवं प्रतिष्ठानों में ऊर्जा दक्ष प्रौद्योगिकियों को लागू करने हेतु सहायता" (Assistance in Deploying Energy Efficient Technologies in Industries & Establishments) है।
- इसका उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को स्वच्छ तथा ऊर्जा दक्ष प्रौद्योगिकियों को अपनाने में सहायता प्रदान करना है।
- कार्यान्वयन एजेंसी: ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) द्वारा कार्यान्वित
- कुल परिव्यय: 1,000 करोड़ रुपए (वित्त वर्ष 2025-26 से 2027-28 तक)
- वित्तीय आवंटन:
- 875 करोड़ रुपए: ब्याज सहायता हेतु (Interest Subvention)
- 50 करोड़ रुपए: ऊर्जा लेखा परीक्षण हेतु (Energy Audits)
- 75 करोड़ रुपए: तकनीकी सहायता हेतु
मुख्य उद्देश्य
- उत्सर्जन कम करने के लिये MSMEs में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देना
- स्वच्छ प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिये वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना
- शक्ति-से-उत्पादकता अनुपात में सुधार करना
- योजना को भारत के नेट ज़ीरो लक्ष्यों और विकसित भारत दृष्टिकोण के अनुरूप बनाना
अपेक्षित प्रभाव
- चयनित प्रौद्योगिकियों से ऊर्जा उपयोग में 50% तक की कटौती
- 6,750 करोड़ रुपए के MSME ऋण सहित 9,000 करोड़ रुपए का निवेश सृजित करना
पात्रता
- चयनित क्लस्टर/क्षेत्रों के MSMEs
- ऊर्जा ऑडिट और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) अनुमोदन प्रक्रिया में भागीदारी
- शीघ्र अपनाने वाले (Early Adopters) तथा ऊर्जा-गहन इकाइयों (Energy-Intensive Units) को प्राथमिकता
MCQ के माध्यम से तैयारीप्रश्न भारत सरकार द्वारा शुरू की गई अदिति योजना का प्राथमिक उद्देश्य क्या है? (1) निर्यात के लिये MSMEs को कर छूट प्रदान करना उत्तर: (2) ऊर्जा-कुशल और कम उत्सर्जन वाली प्रौद्योगिकियों को अपनाने में MSMEs को समर्थन प्रदान करना |