25-Jun-2025
वैश्विक शांति सूचकांक 2025
विविध
चर्चा में क्यों?
ग्लोबल पीस इंडेक्स 2025 ने उन प्रमुख संघर्ष संभावित क्षेत्रों की पहचान की है जहाँ बढ़ते तनाव और टकराव, पूर्ण युद्ध में बदलने का खतरा बढ़ा रहे हैं।
वैश्विक शांति सूचकांक 2025 के बारे में
- प्रकाशक: इंस्टिट्यूट फॉर इकनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित।
- कवरेज: 163 देशों का विश्लेषण करता है, जो विश्व की 99.7% जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं ।
- मूल्यांकन मानदंड: 23 गुणात्मक और मात्रात्मक संकेतकों का उपयोग करता है।
- मुख्य मूल्यांकन क्षेत्र
- सामाजिक सुरक्षा और संरक्षा
- चल रहे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष
- सैन्यीकरण का स्तर
- भारत की स्थिति
- रैंक: वैश्विक शांति सूचकांक में भारत 115वें स्थान पर है।
- स्कोर: भारत का GPI स्कोर 2.229 है।।
- प्रगति: पिछले वर्ष की तुलना में समग्र शांति में 0.58% सुधार हुआ।
शीर्ष 5 सबसे शांतिपूर्ण देश |
5 सबसे कम शांतिपूर्ण देश |
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163. रूस |
2. आयरलैंड |
162. यूक्रेन |
3. न्यूज़ीलैंड |
161. सूडान |
4. ऑस्ट्रिया |
160. कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य |
5. स्विट्ज़रलैंड |
159. यमन |
वैश्विक शांति सूचकांक
- वैश्विक शांति सूचकांक (GPI) एक वार्षिक मात्रात्मक रिपोर्ट है, जो दुनिया भर के देशों में शांति के स्तर को मापती है।
- यह तीन प्रमुख क्षेत्रों के 23 संकेतकों पर आधारित है,
- सामाजिक सुरक्षा एवं संरक्षा
- चल रहे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष
- सैन्यीकरण का स्तर
- यह रिपोर्ट इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) द्वारा प्रकाशित की गई है, जो एक गैर-पक्षपाती, स्वतंत्र थिंक टैंक है, जिसका मुख्यालय सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में है।
- GPI शांति और सुरक्षा ढाँचे को मज़बूत करने के उद्देश्य से सरकारों, शोधकर्त्ताओं और संस्थानों के लिये एक विश्वसनीय वैश्विक बेंचमार्क के रूप में कार्य करता है।
MCQ के माध्यम से तैयारीप्रश्न. कौन-सा संगठन प्रतिवर्ष वैश्विक शांति सूचकांक प्रकाशित करता है? उत्तर: C. इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) |