21-Oct-2024
भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नेवी ने समुद्री अभ्यास 'नसीम अल बह्र का आयोजन किया
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नेवी के बीच 'नसीम अल बह्र (सी ब्रीज) समुद्री अभ्यास का 13वाँ संस्करण 19 से 22 अक्तूबर, 2024 तक ओमान के तट पर चल रहा है। यह अभ्यास द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग को बढ़ाने और समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये परिचालन क्षमताओं को मज़बूत करने पर केंद्रित है।
'नसीम अल बह्र:
- वर्ष 1993 में शुरू किया गया यह एक द्विवार्षिक समुद्री अभ्यास है जो भारत और ओमान के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिये आयोजित किया जाता है।
- इस वर्ष का आयोजन द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग के तीन दशकों का प्रतीक है, जो क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने में दोनों देशों के बीच विकसित होती साझेदारी को प्रदर्शित करता है।
- भाग लेने वाले भारतीय नौसेना के जहाज़
- INS विशाखापत्तनम (निर्देशित मिसाइल विध्वंसक)
- INS त्रिकंद (फ्रिगेट)
- डोर्नियर समुद्री गश्ती विमान
- भाग लेने वाली ओमान रॉयल नेवी की संपत्ति
- RNOV अल-शमीख (कार्वेट)
- RNOV अल-बुशरा (गश्ती जहाज़)
- समुद्री विमान
- अभ्यास चरण
- बंदरगाह चरण: इसमें नौसेनाओं के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिये पेशेवर बातचीत, योजना बैठकें और सांस्कृतिक आदान-प्रदान शामिल थे।
- समुद्री चरण: समन्वित सामरिक युद्धाभ्यास और बोर्डिंग अभ्यास सहित वायु, सतह और जल के नीचे के युद्ध संचालन पर केंद्रित।
- उद्देश्य और महत्त्व
- दोनों देशों के बीच अंतर-संचालन और समुद्री क्षेत्र जागरूकता को बढ़ाना।
- अरब सागर और हिंद महासागर में क्षेत्रीय स्थिरता और नौवहन की स्वतंत्रता को बढ़ावा देना।
- भारत और ओमान के बीच नौसैनिक कूटनीति को मज़बूत करना तथा समुद्री सुरक्षा के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करना
ओमान
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