24-Sep-2024
मैडम भीकाजी कामा
इतिहास
- मैडम कामा के नाम से भी जानी जाती हैं।
- जन्म: 24 सितंबर, 1861, सोराबजी फ्रामजी पटेल और जैजीबाई सोराबाई पटेल के घर।
- उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया।
- उन्होंने स्वराज को बढ़ावा देकर इंग्लैंड में भारतीय समुदाय की सहायता की।
- भारतीय ध्वज को पहली बार जर्मनी में वर्ष 1907 में मैडम कामा द्वारा फहराया गया था।
- पेरिस में स्थानांतरित होने के बाद उन्होंने पेरिस इंडियन सोसाइटी की स्थापना की।
- इस सोसायटी की स्थापना एस.आर. राणा और मुंचरशाह बुर्जोरजी गोदरेज ने सह-रूप से की थी।
- उन्होंने घरेलू और विदेशी स्तर पर बेटियों को सशक्त बनाने के लिये कई प्रदर्शनियाँ आयोजित कीं और कई अभियान चलाए।
- साहित्यिक कृतियाँ: बंदे मातरम और मदन की तलवार।
- स्वतंत्र भारत में मान्यता
- अनेक भारतीय शहरों में सड़कों और स्थानों का नाम दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी के सम्मान में रखा गया है।
- भारतीय डाक एवं तार विभाग ने 26 जनवरी, 1962 को भारत के 11वें गणतंत्र दिवस पर उनके सम्मान में एक स्मारक टिकट जारी किया।
- उसके नाम पर, भारतीय तटरक्षक बल ने प्रियदर्शिनी श्रेणी के तीव्र गश्ती पोत ICGS भीकाजी कामा को वर्ष 1997 में सेवा में शामिल किया।
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