05-May-2025
माइटोकॉन्ड्रियल DNA (mtDNA)
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चर्चा में क्यों?
- वैज्ञानिकों ने एक छोटे अणु, PZL-A की खोज की है, जो एक प्रमुख माइटोकॉन्ड्रियल एंज़ाइम को लक्षित करता है तथा यह माइटोकॉन्ड्रियल DNA (mtDNA) में उत्परिवर्तन के कारण होने वाले दुर्लभ वंशानुगत विकारों के लिये संभावित उपचार प्रदान करता है।
माइटोकॉन्ड्रियल DNA (mtDNA): परिचय
- स्थान: mtDNA एक वृत्ताकार गुणसूत्र है जो माइटोकॉन्ड्रिया (सूत्रकणिका) के अंदर स्थित होता है, जो कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पादक अंग है।
- mtDNA की विशिष्ट विशेषताएँ:
- स्वयं का DNA (Own DNA): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिकाओं में एकमात्र कोशिकांग है, जिसमें नाभिकीय DNA से अलग, अपना स्वयं का आनुवंशिक पदार्थ होता है।
- मातृ वंशागति (Maternal Inheritance): mtDNA केवल माता से ही प्राप्त होता है, पिता से नहीं।