28-Apr-2025
कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025
वैश्विक मामले
चर्चा में क्यों?
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कैलाश मानसरोवर यात्रा पुनः आरंभ करने की घोषणा की।
कैलाश मानसरोवर यात्रा: परिचय
कैलाश मानसरोवर यात्रा एक वार्षिक सरकारी तीर्थयात्रा है जो भारतीय नागरिकों को तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र, चीन में कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की यात्रा करने की अनुमति देती है। यह तीर्थयात्रा कई धर्मों के लिये गहरा धार्मिक महत्त्व रखती है:
- हिंदू माउंट कैलाश को भगवान शिव का पवित्र निवास स्थान मानते हैं।
- बौद्ध इसे भगवान देमचोक (बुद्ध देमचोक) का निवास स्थान मानते हैं।
- जैन धर्म के अनुयायी मानते हैं कि उनके प्रथम तीर्थंकर ने माउंट कैलाश पर मोक्ष प्राप्त किया था।
- बॉन धर्म के अनुयायी इसे पवित्र पर्वत के रूप में पूजते हैं।
कैलाश मानसरोवर यात्रा में तीर्थयात्रियों के लिये दो आधिकारिक मार्ग उपलब्ध हैं:
- लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड): वर्ष 1981 से संचालित पारंपरिक मार्ग।
- नाथू ला दर्रा (सिक्किम): वर्ष 2015 में शुरू किया गया मोटर योग्य मार्ग, जो यात्रियों के लिये अधिक सुलभ मार्ग प्रदान करता है।