02-Jun-2025

कुमराम भीम संरक्षण रिज़र्व

पर्यावरण और पारिस्थितिकी

चर्चा में क्यों? 

तेलंगाना सरकार ने कवल टाइगर रिज़र्व (तेलंगाना) और ताडोबा-अंधारी टाइगर रिज़र्व (महाराष्ट्र) को जोड़ने वाले टाइगर कॉरिडोर क्षेत्र को 'कुमराम भीम संरक्षण रिज़र्व' घोषित किया है। 

कवल टाइगर रिज़र्व के बारे में 

  • स्थान: तेलंगाना में गोदावरी नदी के तट पर सह्याद्रि पर्वत शृंखला में स्थित है। 
  • भौगोलिक महत्त्व: यह मध्य भारतीय बाघ परिदृश्य के सुदूर दक्षिणी सिरे पर स्थित है, जो ताडोबा-अंधारी बाघ रिज़र्व (महाराष्ट्र) और इंद्रावती बाघ रिज़र्व (छत्तीसगढ़) के साथ गलियारा संपर्क प्रदान करता है। 
  • वनस्पति
    • दक्षिणी उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वनों का प्रभुत्व 
    • इसमें दक्षिणी शुष्क मिश्रित पर्णपाती वन भी शामिल हैं। 
  • जंतु जगत  
    • बाघ, तेंदुआ, नीलगाय, चिंकारा, लोमड़ी, सियार और अन्य वन्यजीव प्रजातियों का निवास स्थान। 

ताडोबा-अंधारी टाइगर रिज़र्व 

  • स्थान: चंद्रपुर ज़िला, महाराष्ट्र; राज्य का सबसे बड़ा और सबसे पुराना बाघ अभयारण्य। 
  • उत्पत्ति: आदिवासी देवता ताडोबा और अंधारी नदी के नाम पर इसका नाम रखा गया। 
  • क्षेत्रफल: 625.4 वर्ग किमी - इसमें ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान (116.55 वर्ग किमी) और अंधारी वन्यजीव अभयारण्य (508.85 वर्ग किमी) शामिल हैं। 
  • कॉरिडोर: नागझिरा-नवेगाँव और पेंच टाइगर रिज़र्व से जुड़ा हुआ। 
  • आवास: दक्कन प्रायद्वीप का मध्य पठार; दक्षिणी उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन जिसमें तरंगित (ऊबड़-खाबड़) भूभाग है। 
  • जल निकाय: ताडोबा झील, कोल्सा झील और ताडोबा नदी। 
  • वनस्पति: सलाई, तेंदू, महुआ, कराया गोंद और बाँस के साथ घने सागौन के जंगल। 
  • जीव-जंतु: बाघ, तेंदुए, भालू, जंगली कुत्ते, गौर, चीतल, सांभर; 280 पक्षी प्रजातियाँ, 54 सरीसृप, 11 उभयचर, 84 मछली प्रजातियाँ।